कभी-कभी दूरी ही समाधान होती है।
हर बार अंत या समझौते की ज़रूरत नहीं। किसी को मनाने या माफी मांगने के बजाय खुद की शांति चुनें। वैसे छोड़ना ही सबसे बड़ा हल है। जब आप अतीत की बातों से खुद को अलग कर देंगे, तो असली शांति मिलेगी। अनुभवों को लिखे या यादों को छोड़ दें, पर हमेशा आगे बढ़ते रहे
